उम्मीदों में नहीं, ज़िद में जीना है,
सपनों में नहीं, सपनों को जीना है,
भरोसा हाथ की लकीरों पे नहीं,
मेहनत पे करना है,
क्यूंकि.........
वो सपने ही क्या जो मुझे ज़िद्दी ना बना दे और
वो मेहनत ही क्या जो मेरी लकीरें ना बदल सके..!!
✒️............vishal_rawani🙂
सपनों में नहीं, सपनों को जीना है,
भरोसा हाथ की लकीरों पे नहीं,
मेहनत पे करना है,
क्यूंकि.........
वो सपने ही क्या जो मुझे ज़िद्दी ना बना दे और
वो मेहनत ही क्या जो मेरी लकीरें ना बदल सके..!!
✒️............vishal_rawani🙂
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