जीने का हुनर कुछ यूं रखूंगा,
मंजिलों की परवाह छोड़,
रास्तों में ही सुकु ढूंढूंगा ।
✒️.........vishal_rawani🙂
मंजिलों की परवाह छोड़,
रास्तों में ही सुकु ढूंढूंगा ।
✒️.........vishal_rawani🙂
आपकी यादों में लिखी बातों को, डायरी में रखी गुलाब मेहका रही, और मुझे तो आपकी याद आती ही नहीं, इस कमबख़्त गुलाब ने जबरन ही आपकी याद दिला...